कई इंटरनेट स्त्रोत और कोटा में रह चुके छात्रों के रिव्यु के आधार पर हम आपके लिए लेकर आए हैं कोटा से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जो कोटा में पढ़ने के लिए आपके काम आएंगी.
जैसा कि हमको पता है अभी कोटा में, एलेन (Allen) और फिजिक्स वाल्लाह (Physics Wallah) का दबदबा है. ज्यादातर बाहर से आने वाले छात्र इंजीनियरिंग और मेडिकल जैसी स्टडी के लिए इन्हीं दोनों कोचिंग सेंटर में से किसी को चुनते हैं. हालांकि कोटा में और भी कई पॉपुलर इंस्टिट्यूट है जिनमें अनअकैडमी, रेजोनेंस, कैरियर प्वाइंट, बंसल, जैसे कई नाम शामिल है.
जहां कोटा ने कई छात्रों की जिंदगी बनाई है तो वहीं कुछ सपने भी टूटे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक कोटा में हर साल लगभग डेढ़ लाख से ज्यादा स्टूडेंट आते हैं अपने कैरियर को लेकर इसमें कई अपने लक्ष्य को पाने में सफल होते है तो कई के हाथ निराशा लगती है.
लेकिन क्या आपको पता है?…
कोटा के शिक्षा नगरी होने का राज
कोटा को शिक्षा नगरी बनाने में वीके बंसल (VK Bansal) का योगदान सबसे अहम माना जाता है यही वो शख्स है जिसने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और ज्वाइंट एंटरेंस एग्जामिनेशन (JEE) की प्रवेश परीक्षा तैयारी के लिए कोटा को पूरे भारत में एक अलग दर्जा दिलाया.
इसीलिए इन्हें भारत के प्रवेश परीक्षा कोचिंग उद्योग के भीष्म पितामह के रूप में भी जाना जाता है. इनका पूरा नाम विनोद कुमार बंसल है. 3 मई 2021 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.
बंसल की कामयाबी से प्रेरित होकर कोटा में एक के बाद एक कोचिंग खुलते चले गए. और इसी तरह बन गया यह शहर कोचिंग का किंग.
वीके बंसल भले ही आज हमारे बीच ना हो लेकिन उनके द्वारा रखी गई शिक्षा की यह नींव आज लाखों विद्यार्थियों को उनकी मंजिल तक पहुंचा रही है.
आप भी अगर शिक्षा के उद्देश्य से कोटा आ रहे हैं तो यह चार बातें हमेशा अपने जहन में रखें…
डर को त्याग दें
प्रेशर, डिप्रेशन और टेंशन यह शब्द तो बहुत छोटे हैं लेकिन ताकत कयामत की रखते हैं. सबसे पहले इस बोझ को भूल जाए जो आपने जरूरत से ज्यादा सोच रखा है. एक चीज हमेशा याद रखें आप अपने बेहतर भविष्य के लिए पढ़ रहे हैं किसी के दबाव में नहीं.
जब स्टूडेंट कोटा आते हैं तो उनके ऊपर कई तरह का बोझ डाल दिया जाता है पढ़ाई का, जिम्मेदारियों का, करियर का, लेकिन इनसे आपको घबराना बिल्कुल भी नहीं है. वक्त के साथ सब काम होते हैं.
इसी के साथ आपको हर कदम पर सवालों का सामना करना होगा और यह चीज आपको अंदर ही अंदर बहुत मजबूत बना देगी बशर्त आप इसका सामना करते रहे.
सवाल चाहे पढ़ाई का हो या जिंदगी का आपको उसका सामना करना है.
गब्बर सिंह का वो डायलॉग हमेशा याद रखें “जो डर गया समझो मर गया”
एक शेड्यूल बनाएं
शेड्यूल चीजों को बहुत आसान कर देता है यह आपके हर दिन दिमाग पर पड़ने वाले लोड को कम करता है.
इसको एक उदाहरण से समझते हैं:
मान लेते हैं आप बिना शेड्यूल के स्टडी करते हो अब इसमें आपको हर दिन यह समझने में दिक्कत होगी कि कितना समय आपको पढ़ना है, कब खाना है, कब सोना है, कब रेस्ट करना है, और इस चीज को लेकर कहीं ना कहीं आप खुदको परेशान महसूस करेंगे. इसीलिए अपना एक शेड्यूल बनाएं और उस पर चले. इससे आपको बहुत राहत मिलेगी.
यह उदाहरण आपके अंदाजे के लिए बताया है आप अपना शेड्यूल दूसरे कामों से बना सकते हैं.
अच्छे दोस्तों का अपना एक ग्रुप बनाएं
जिस भी कोचिंग में आप जाएंगे जाहिर सी बात है वहां आपके दोस्त बनेंगे और ये आपके लिए बेहतरीन चीज है. दोस्तों से आपका मन तो भेलेगा ही साथ में दोस्त आपकी पढ़ाई में भी सहायता करेंगे.
अपने उद्देश्य को याद रखें
जिस उद्देश्य के लिए आप कोटा आए हैं उसे कभी ना भूलें. अपने और अपनी पढ़ाई के प्रति हमेशा ईमानदार रहें. बहुत सी नेगेटिव चीजें आपको अपनी तरफ आकर्षित करेंगी लेकिन आप अपने उद्देश्य को याद रखें.
इनसे बचें
कुछ बातों से आपकी पढ़ाई पर असर पड़ सकता है, जैसे कि:
- क्लास बंक ना करें
- ज्यादातर मामलों में साइबर कैफे जाने से बचें जब तक बहुत जरूरी ना हो
- हर दिन अपना होमवर्क पूरा करें
- खराब सोबत में ना पड़े
Mai iit me dakhila kaise le sakta hun