सूत्रों के आधार पर 2025 तक तेज़ी से गिर सकते हैं इन क्षेत्र की कंपनियों के शेयर्स, रखें ध्यान!

एक सफल लंबी अवधि निवेश (Long term investment) में कंपनी के क्षेत्र को देखना एक अहम फैक्टर्स में से एक है. कई क्षेत्रों का इनफ्लुएंस बदलते इस दौर में संभावित तेजी से कम होगा जिसके चलते उन क्षेत्र की कंपनियों पर इसका गहरा असर देखने को मिल सकता है. आइए जानते हैं इस लेख में आखिर वो कौनसे क्षेत्र है जिनकी कंपनियों के शेयर्स भविष्य में गिर सकते हैं साथ ही इससे संबंधित कुछ जरूरी बातें जो आपके निवेश को एक सफल निवेश बनाएंगी.

ध्यान दें: नीचे बताए गए सभी क्षेत्र भविष्य में खत्म नहीं होंगे, हालांकि उनको समय के साथ बदलने की आवश्यकता जरूर हो सकती है. यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है, कोई भी वित्तीय कदम उठाने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें.

2025 तक तेजी से गिरने वाले शेयर्स से क्या आशय है?

समय बदल रहा है, चीजें अपग्रेड हो रही है जिन वस्तुओं का इस्तेमाल हम आज कर रहे हैं, हो सकता है कल उनसे बेहतर कुछ आ जाए ऐसी स्थिति में जो कंपनियां उनको मैन्युफैक्चर करती है या किसी रूप से जुड़ी है उनके स्टॉक्स में असर दिखना आम है, ऐसी स्थिति में कंपनी के स्टॉक्स को अंडरपरफॉर्मिंग स्टॉक्स (Underperforming stocks) कह सकते हैं. सफल निवेशकों का कहना है शेयर बाजार में नुकसान से बचने वे अच्छा रिटर्न पाने के लिए जरूरी है भविष्य को समझकर चलना, खासकर लंबी अवधि वाले निवेशों के लिए.

ये है वो सेक्टर्स जिनकी कंपनियों के शेयर्स संभावित भविष्य में नुकसान दे सकते हैं अगर कंपनी अपग्रेड नहीं करती है तो

  • फ्यूल और गैस इंडस्ट्री
  • टेक्सटाइल सेक्टर
  • ऑटोमोबाइल सेक्टर
  • कोल् सेक्टर
  • बैंकिंग सेक्टर

ये सेक्टर्स अभी मुख्यतौर पर मैनस्ट्रीम में बने हुए है लेकिन संभवत आने वाले कुछ सालों में इनका इनफ्लुएंस कम हो सकता है क्योंकि प्राकृतिक संसाधन हमेशा नहीं रहेंगे साथ ही समय के साथ चीजें एडवांस हो रही हैं.

ऊपर बताए गए सेक्टर्स अभी के समय मुख्य तौर पर इस्तेमाल किए जा रहे हैं लेकिन आने वाले कुछ सालों में ऐसा नहीं रहेगा. नीचे इन सेक्टर्स के बारे में और इनसे जुड़ी कुछ बड़ी कंपनियां जो भारतीय स्टॉक मार्केट में लिस्टेड है उनके बारे में जानकारी दी गई है.

फ्यूल और गैस इंडस्ट्री

फॉसिल फ्यूल और गैस इंडस्ट्री वर्तमान में इस्तेमाल किए जाने वाले ऊर्जा उत्पादन के प्रमुख स्रोत हैं जिनका उपयोग उद्योगों, वाहनों और अन्य कई क्षेत्रों में मुख्य तौर पर किया जाता है.

इस क्षेत्र से जुड़ी वर्तमान में कुछ बड़ी कंपनियां जो शेयर बाजार में लिस्टेड है:

  • ओएनजीसी (ONGC)
  • भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL)
  • रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries)
  • हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL)
  • एक्सॉनमोबिल (ExxonMobil), आदि

फॉसिल ईंधन और गैस इंडस्ट्री भविष्य में कुछ कारकों के कारण खत्म होने की संभावना है, जिनमे कुछ करक ये हैं:

  • स्वच्छ ऊर्जा की तरफ रुख: अब तक, सभी ऊर्जा स्रोत का मुख्य सोर्स फॉसिल ईंधन और गैस थे, लेकिन अब स्वच्छ ऊर्जा सोर्स जैसे कि; विद्युत ऊर्जा, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और अन्य स्थायी ऊर्जा का उपयोग बढ़ रहा है जिसके चलते फॉसिल ईंधन और गैस उद्योग के उपयोग में धीमी गिरावट आ रही है.
  • जलवायु परिवर्तन: फॉसिल ईंधन और गैस के कारण धरती का तापमान जलवायु परिवर्तन की वजह से लगातार बढ़ता जा रहा है जो कई समस्याओं को पैदा करने की वजह है.
  • नियमित संसाधन: फॉसिल ईंधन और गैस प्राकृतिक संसाधन है जो भविष्य में पूरी तरह खत्म हो जाएंगे इसीलिए धीरे-धीरे इनसे निर्भरता कम की जा रही है.

टेक्सटाइल सेक्टर

टेक्सटाइल सेक्टर औद्योगिकरण में आता है. इस क्षेत्र में मुख्य तौर पर कपड़ों का उत्पादन होता है भारत दुनिया का सबसे बड़ा कपड़ा उत्पादक है साथ ही ये सेक्टर भारत में अन्य क्षेत्रों को भी प्रभावित करता है, जैसे निर्यात, निवेश और रोजगार.

इस क्षेत्र से जुड़ी वर्तमान में कुछ बड़ी कंपनियां जो शेयर बाजार में लिस्टेड है:

  • अर्विंद (Arvind Limited)
  • टेक्सटाइल्स कारपोरेशन ऑफ इंडिया (Textiles Corporation of India)
  • बीएसई स्पिन्निंग मिल्स (BSL Limited)
  • लक्ष्मी मशीन वर्क्स लिमिटेड (Lakshmi Machine Works Limited)
  • बंगलोर टेक्सटाइल्स (Bangalore Textiles)

टेक्सटाइल सेक्टर क्षेत्र की कंपनी में भविष्य में गिरावट होने की संभावना है, जिनमे कुछ करक ये हैं:

3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी, वर्तमान में 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी की मदद से डिजाइनर सीधे कपड़ों और संबंधित सामानों को मैन्युफैक्चर कर रहे हैं जिससे पारंपरिक टेक्सटाइल निर्माण प्रक्रिया की अपेक्षा समय और लागत की बचत होती है इसका सीधा असर टैक्सटाइल इंडस्ट्री पर देखने को मिल रहा है.

इसके अलावा; बदलते फैशन ट्रेंड्स, कच्चे माल की कीमतें और सिंथेटिक फाइबर्स भी भविष्य में टेक्सटाइल क्षेत्र की कंपनियों के स्टॉक्स गिरने का कारण बन सकता है.

ऑटोमोबाइल सेक्टर

ऑटोमोबाइल सेक्टर दुनिया के सबसे बड़े सेक्टरों में से एक है इस क्षेत्र में लगभग सभी तरह के मोटराइज्ड व्हीकल्स जैसे मोटरसाइकिल, स्कूटर, कार, ट्रक वगैरह बनाएं और बेचें जाते हैं.

इस लिस्ट में ऑटोमोबाइल सेक्टर हैरान करने वाला हो सकता है लेकिन यहां ध्यान रखने वाली बात यह है ऑटोमोबाइल सेक्टर में बहुत सी बड़ी-छोटी कंपनियां हैं जो शेयर बाजार में लिस्टेड है अब जो कंपनी अपने आपको इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स की तरफ अपग्रेड कर रही है उसमें लॉन्ग टर्म में पैसा लगाना सुरक्षित है अन्यथा डीजल-पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों की डिमांड भविष्य में काफी तेजी से कम होने वाली है.

इस क्षेत्र से जुड़ी वर्तमान में कुछ बड़ी कंपनियां जो शेयर बाजार में लिस्टेड है:

  • टाटा मोटर्स (Tata Motors)
  • महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra)
  • हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp)
  • मारुति सुज़ुकी इंडिया (Maruti Suzuki India)
  • टीवीएस मोटर कंपनी( TVS Motor Company)
  • बजाज ऑटो (Bajaj Auto), आदि

ऑटोमोबाइल सेक्टर भविष्य में कुछ कारकों के कारण बदलाव आने की संभावना है, जिनमे कुछ करक ये हैं:

  • इलेक्ट्रिक गाड़ियों की तरफ रुख: इलेक्ट्रिक गाड़ियों के आने से ऑटोमोबाइल सेक्टर में काफी हद तक बदलाव आएंगे दुनिया भर में मशहूर कई बड़ी ऑटोमोबाइल सेक्टर कंपनीज ने अपने आपको इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों की तरफ मोड़ लिया है.
  • स्वयं चलने वाली गाड़ियां: प्रौद्योगिकी विकास के चलते आने वाले समय में स्वयं चलने वाली गाड़ियों की डिमांड बढ़ सकती है.
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग: ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग भी देखने को मिल सकता है.

कोल सेक्टर

कोल् सेक्टर भी वर्तमान में एक महत्वपूर्ण ऊर्जा संसाधन के रूप में उपयोग किया जाता है. कोयले का उपयोग विभिन्न उद्योगों में होता है, जिनमें ऊर्जा उत्पादन, स्टील उद्योग, सीमेंट उद्योग, रेलवे, और विद्युत क्षेत्र मुख्य रूप से शामिल है.

इस क्षेत्र से जुड़ी वर्तमान में कुछ बड़ी कंपनियां जो शेयर बाजार में लिस्टेड है:

  • टाटा पावर कंपनी लिमिटेड (Tata Power Company Limited)
  • कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited)
  • अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Limited)
  • हिंदाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Hindalco Industries Limited)
  • एनएलसी इंडिया लिमिटेड (Neyveli Lignite Corporation Limited)
  • रिलायंस पावर लिमिटेड (Reliance Power Limited)

कोल सेक्टर भविष्य में कुछ कारकों के कारण खत्म होने की संभावना है, जिनमे कुछ करक ये हैं:

उर्जा उत्पादन का बदलता समय: दुनिया भर में ऊर्जा के उत्पादन में बदलाव हो रहा है यह बदलाव ऊर्जा, सौर ऊर्जा और विद्युत के स्थानांतरण जैसे अन्य ऊर्जा स्रोतों का विकास कर रहा हैं जिससे कोयले के उपयोग में कमी होने की संभावना काफी अधिक है.
सीमित मात्रा: भारत में कोयला काफी सीमित समय के लिए बचा है और दुनिया भर में भी कोयले की खपत काफी तेजी से हो रही है संभवत है कि आने वाले कुछ सालों में कोयला पूरी तरह खत्म हो जाएगा.

बैंकिंग सेक्टर

बैंकिंग एक व्यापारिक सेक्टर है जिसमें कई तरह की फाइनेंशियल सेवाएं प्रदान की जाती है जैसे; जमा, कर्ज, इंश्योरेंस और सरकारी संस्थानों द्वारा वित्तीय सहायता वगैरह इसी के साथ बैंक अलग-अलग प्रकार से अलग हो सकती हैं.

इस क्षेत्र से जुड़ी वर्तमान में कुछ बड़ी कंपनियां जो शेयर बाजार में लिस्टेड है:

  • बजाज फिनसर्व (Bajaj Finserv)
  • पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank)
  • एक्सिस बैंक (Axis Bank)
  • कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank)
  • हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (Housing Development Finance Corporation)

बैंकिंग सेक्टर भविष्य में कुछ कारकों के कारण इसका प्रभाव कम होने की संभावना है, जिनमे कुछ कारक ये हैं:

डिजिटल बैंकिंग: डिजिटल बैंकिंग आने के बाद से बैंकों में लोगों का जाना काफी हद तक कम कर दिया है खाता खोलने से लेकर डिजिटल खाता मेंटेन करने तक चाहे पैसे निकालना हो या जमा करने हो सब डिजिटली रूप से संभव है.
फिनटेक कंपनीज की बढ़ती संख्या: बैंकों में मिलने वाली अधिक सुविधाएं अब फिनटेक कंपनियां सस्ते दामों पर जल्द और बेहतर तरीके से प्रदान करने लगी हैं यही चीज लोगों को बैंकों से और दूर करती है.

ऐसे चुनें भविष्य में अच्छा रिटर्न देने वाले स्टॉक्स

लंबी अवधि के लिए किसी भी कंपनी के स्टॉक को चुनते समय सुनिश्चित करें कि वह कंपनी जिस क्षेत्र की है उसका आगे स्कोप कितना है. इसी के साथ कंपनी की फंडामेंटल एनालिसिस पर ध्यान दें और समझे कंपनी किस फाइनेंसियल स्थिति में है और क्या उसमें निवेश करना सही है अगर कंपनी का पी/ई रेश्यो अधिक है और कंपनी ऋण में डूबी है तो उसमें निवेश करने से बचें.

भविष्य में बढ़ने वाले शेयर्स के बारे में जानने के लिए यह पोस्ट पढ़ें: Beneficial Stocks: संभावित भविष्य में बढ़ने वाले शेयर्स!

एक सफल निवेश करने के लिए ध्यान रखने वाली बातें

आपको पता है शेयर बाजार में नुकसान कैसे होता है? अधिकतर लोग जो शेयर मार्केट में नए होते हैं वो टिप्स की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं कि कोई उन्हें सलाह दे कि कौनसा शेयर भविष्य में ज्यादा मुनाफा देने वाला है बस बिना सोचे समझे उससे में अपना पैसा लगा देते हैं इसी कारण शेयर बाजार में उनका पैसा डूब जाता है, हो सकता है कई बार फायदा हो जाए लेकिन ले देकर यह एक गलत तरीका है शेयर बाजार में अपना पैसे निवेश करने का.

नीचे दिए गए कुछ पॉइंट एक सफल निवेश करने में आपकी मदद करेंगे:

  • बाजारों के बारे में कभी अनुमान न लगाएं. कई शेयर विशेषज्ञ (Stock experts) के मुताबिक बाजार अस्थिर होता है और पहले से ही बाजार का अनुमान लगाकर स्टॉक्स में निवेश करना अधिकतर मामलों में आपको नुकसान ही दे सकता है.
  • अनुशासन रखना है जरूरी. अनुशासन के बगैर लंबी अवधि का निवेश सफल नहीं हो सकता है मार्केट उतार-चढ़ाव स्टॉक मार्केट में आम है आपको धैर्य से काम लेना होगा.
  • डायवर्सिफिकेशन भी जरूरी है. डायवर्सिफिकेशन से अपने पोर्टफोलियो में एक स्थिरता आती है जिससे काफी हद तक रिस्क कम हो जाता है.
  • भीड़ के साथ ना चले. अक्सर शेयर मार्केट में ऐसा देखने को मिलता है किसी एक स्पेसिफिक शेयर के पीछे काफी लोग लगे होते हैं, अगर आप भी उन्हीं के साथ आंख बंद कर चलते हैं तो लंबी अवधि में यह नुकसान पहुंचा सकता है.

अगली बार शेयर मार्केट में निवेश करते समय इन बताएं कई पॉइंट्स का ख्याल रखें.

संबंधित सवाल

शेयर बाजार में लोग फेल क्यों होते हैं?

अधिकतर लोग शेयर बाजार में इसीलिए फेल होते हैं क्योंकि वे बिना सोचे समझे किसी भी कंपनी में निवेश कर देते हैं जो कि सबसे बड़ा कारण है शेयर बाजार में विफल होने का. सही समय पर निवेश नहीं करने पर भी यह नुकसान होता है.

मैं भारत में सबसे अच्छा स्टॉक कैसे ढूंढूं?

शेयर बाजार में अच्छे स्टॉक्स चुनने के लिए बाजार पर नजर बनानी होगी आप स्टॉक मार्केट विश्लेषण वेबसाइटों जैसे MoneyControl, Economic Times, आदि देख सकते हैं जो स्टॉक मार्केट से संबंधित लगातार अपडेट प्रदान करती है. इसके अलावा कंपनी के फंडामेंटल्स, निवेश लक्ष्य और रिस्क का अध्ययन करें.

एक दिन पहले ही कैसे पता करें की किस शेयर का प्राइस ऊपर जा सकता है?

टेक्निकल एनालिसिस, बाजारू रुझान, कमर्शियल एनवायरमेंट और दूसरे पहलुओं पर विचार करके रिसर्च के आधार पर कुछ हद तक इसका अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन शेयर बाजार अस्थिर होने के साथ रहस्यमय भी है, इसलिए किसी शेयर के ऊपर जाने की गारंटी नहीं होती है.

किसी कंपनी का शेयर कब बढ़ता है?

किसी कंपनी के शेयर का मूल्य कंपनी के आगामी कारोबार, कंपनी के संचालन, अर्थव्यवस्था, बाजार की स्थिति, और संचार माध्यमों के आधार पर निर्धारित होता है, अगर कंपनी फंडामेंटली मजबूत है और कंपनी भविष्य की प्लानिंग के साथ चलती है तो उसके शेयर का मूल्य बढ़ने के चांस अधिक होते हैं.

स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले क्या सावधानी रखनी चाहिए?

अपनी आर्थिक स्थिति को समझते हुए स्टॉक मार्केट में निवेश करने की सलाह दी जाती है, इसी के साथ बिना जानकारी के स्टॉक मार्केट में निवेश नहीं करना चाहिए.

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