भारत में, इस समय 10% प्रति वर्ष के हिसाब से एनबीएफसी और बैंकों में व्यक्तिगत ऋण (पर्सनल लोन) उपलब्ध हैं. लेकिन व्यक्तिगत ऋण ब्याज दर आवेदनकर्ता कि आय, ऋण-दाता के साथ संबंध, क्रेडिट स्कोर, एंपलॉयर स्टेटस, जैसे फैक्टर्स पर निर्भर करती है. जितना हो सके अपनी बैंकिंग प्रोफाइल क्लीन रखने की कोशिश करिए इससे आपको लोन ब्याज में किफायत के साथ कई बैंकिंग सेवाओं में लाभ मिलेगा. साथ ही, सबसे अच्छा पर्सनल लोन ऑफर प्राप्त करने के लिए बैंक और लोन संस्थानों द्वारा प्रदान किए जा रहे पर्सनल लोन ऑफर्स की तुलना करें. इससे आप कम ब्याज दरों में पर्सनल लोन प्राप्त कर पाएंगे.
बैंक पर्सनल लोन ब्याज दरें
बैंक | ब्याज दर | प्रोसेसिंग फीस (प्रति वर्ष के हिसाब से) |
---|---|---|
भारतीय स्टेट बैंक | 10.65% – 15.15% | 1.5% तक |
एचडीएफसी बैंक | 11.00% से शुरू | ₹4,999 तक |
आईसीआईसीआई बैंक | 10.75% से शुरू | 2.5% तक |
एक्सिस बैंक | 10.49% से शुरू | 2% तक |
कोटक महिंद्रा बैंक | 10.99% से शुरू | 3% तक |
इंडसइंड बैंक | 10.49% से शुरू | 3% तक |
यस बैंक | 10.99% से शुरू | 2.5% तक |
पंजाब नेशनल बैंक | 9.80% – 16.35% | 1% तक |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 10.25% – 17.60% | ₹1,000 से अधिकतम ₹ 10,000 तक |
बैंक ऑफ इंडिया | 9.75% – 14.25% | 2% तक (अधिकतम ₹10,000) |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 10.80% – 14.90% | 1% तक (अधिकतम ₹7,500) |
सिटी बैंक | 10.75%-16.49% | 3% तक |
आरबीएल बैंक | 17.50% – 26.00% | 3.5% तक |
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक | 10.49% से शुरू | 3.5% तक (न्यूनतम ₹2,999) |
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 8.90% – 14.70% | 1% तक |
फेडरल बैंक | 10.49% – 17.99% | 3% तक |
कैनरा बैंक | 12.10% – 15.80% | 1% तक |
यूको बैंक | 11.95% – 12.35% | 1% तक |
इंडियन ओवरसीज बैंक | 11.90% से शुरू | 0.75% तक |
आईडीबीआई बैंक | 8.15%-14% | 1% तक |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 10.35%-11.95% | 1% तक |
इंडियन बैंक | 10.30%-14.40% | 1% तक |
पंजाब एंड सिंध बैंक | 9.80%-16.35% | 1% तक |
करूर वैश्य बैंक | 11.85%-12.85% | 1.5% तक |
यूनाइटेड बैंक | 13.95% से शुरू | 1% तक |
सिंडिकेट बैंक | 13.25%-13.45% | 0.5% तक |
स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक | 9.99% से शुरू | 1% तक |
नैनीताल बैंक | 11.90% से शुरू | 2% तक |
बंधन बैंक | 10.25% से शुरू | 2% तक |
लक्ष्मी विलास बैंक | 11.50% से शुरू | 0.25% तक |
जम्मू एंड कश्मीर बैंक | 11.90% से शुरू | 1% तक |
एचएसबीसी बैंक | 9.75% से शुरू | 1% तक |
लोन संस्थान (एनबीएफसी) पर्सनल लोन ब्याज दरें
बैंक/एनबीएफसी | ब्याज दर | प्रोसेसिंग फीस (प्रति वर्ष के हिसाब से) |
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बजाज फिनसर्व | 11% से शुरू | 4% तक |
होम क्रेडिट | 24% से शुरू | 5% तक |
फुलर्टन इंडिया | 11.99%-36% | 6% तक |
मुथूट फाइनेंस | 14% से शुरू | 3.5% तक |
श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस | आवेदक की प्रोफाइल के आधार पर | लोन एग्रीमेंट के मुताबिक |
एचडीबी फाइनेंस | 36% तक | 3% तक |
महिंद्रा फाइनेंस | आवेदक की प्रोफाइल के आधार पर | लोन एग्रीमेंट के मुताबिक |
आदित्य बिड़ला फाइनेंस | 11%-26% | 3% तक |
टाटा कैपिटल | 10.99% से शुरू | 2.75% तक |
आईआईएफएल फाइनेंस | 11%-34% | 4% तक |
रिलायंस कैपिटल लिमिटेड | आवेदक की प्रोफाइल के आधार पर | लोन एग्रीमेंट के मुताबिक |
फेयरसेन्ट | 12% से शुरू | 8% तक |
धनी लोन | 13.99% से शुरू | 3% से शुरू |
सबसे कम ब्याज दरों पर ये 10 बैंक और एनबीएफसी दे रहे हैं पर्सनल लोन
बैंक/एनबीएफसी | ब्याज दर |
---|---|
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 8.90% – 14.70% |
बैंक ऑफ इंडिया | 9.75% – 14.25% |
पंजाब एंड सिंध बैंक | 9.80%-16.35% |
पंजाब नेशनल बैंक | 9.80% – 16.35% |
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक | 10.49% से शुरू |
भारतीय स्टेट बैंक | 10.65% – 15.15% |
टाटा कैपिटल | 10.99% से शुरू |
आदित्य बिड़ला फाइनेंस | 11%-26% |
बजाज फिनसर्व | 11% से शुरू |
ये कारण करते हैं पर्सनल लोन ब्याज दरों को प्रभावित
जब भी आप पर्सनल लोन आवेदन करने के लिए ऋणदाता के पास जाते हो, ऋणदाता सुनिश्चित करता है उसको लोन देने में कितना कॉस्ट और जोखिम लग रहा है और फिर इसी आधार पर ब्याज दर निर्धारित की जाती है.
यह कुछ कारण हैं जो ब्याज दरों पर गहरा असर डालते हैं:
- कमाई का जरिया: बेरोजगार आवेदकों के मुकाबले, ऋणदाता नौकरीपेशा आवेदकों को कम ब्याज दरों में लोन प्रदान करते हैं, क्योंकि उनकी आय हर महीने स्थिर और निश्चित होती है जिसके चलते बैंकों और वित्तीय संस्थानों को जोखिम कम होता है. नौकरी पेशा आवेदकों में भी सरकारी नौकरी वालों को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है.
- आय: आवेदनकर्ता की आय ऋणदाता को एक पॉजिटिव सिग्नल देती है. दरअसल आपकी आय से ऋणदाता सुनिश्चित करते हैं कि लोन देने में उनको कितना रिस्क है अधिक आय होने पर ऋणदाता को रिस्क कम होता है जिसके चलते ऋणदाता पर्सनल लोन कम ब्याज दरों पर प्रदान करते हैं.
- क्रेडिट स्कोर: 750 सिबिल स्कोर, अक्सर आपने इसके बारे में सुना होगा, दरअसल यह अंक आपके बैंकिंग व्यवहार को दर्शाते हैं. ऋणदाता लोन देते समय क्रेडिट स्कोर पर अपनी पैनी नजर डालते हैं. इसीलिए अपना क्रेडिट स्कोर अधिक बनाए रखें और इसके लिए जरूरी है आप अपनी ईएमआई का भुगतान समय पर करें और कम समय में ज्यादा लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई ना करें. क्रेडिट स्कोर का पूरा फंडा समझने के लिए हमारी यह पोस्ट पढ़े: क्रेडिट स्कोर कैसे काम करता है और इसे कैसे बढ़ाएं!
- बैंकिंग संबंध: बैंकिंग टर्नओवर, व्यवहार, मौजूदा लोन स्थिति, स्टेटस, यह कुछ ऐसी चीजें है जिन्हें देखकर ऋणदाता जोखिम का अंदाज़ा लगाते हैं. जिस बैंक/एनबीएफसी के आप मौजूदा ग्राहक है कोशिश करें पहले वहां अप्लाई करें, इससे लोन पर ब्याज दर कम होने की संभावना थोड़ी और बढ़ जाती है.
कम ब्याज दरों पर पर्सनल लोन लेने का तरीका
कम ब्याज दरों में पर्सनल लोन प्राप्त करने के लिए नीचे बताए गए तरीकों पर ध्यान दें:
- अपने क्रेडिट स्कोर को कम होने का मौका न दें और इसे 750 और इससे ऊपर बनाए रखें. आप इस बात का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं ज्यादातर बैंक/एनबीएफसी 75% अहमियत ब्याज दर निर्धारित करने के लिए क्रेडिट स्कोर को देते हैं.
- कोशिश करें पर्सनल लोन बैंक से प्राप्त करें. बैंक वित्तीय संस्थानों और दूसरे ऋण-दाताओं के मुकाबले कम ब्याज दरों में पर्सनल लोन प्रदान करती हैं. और जहां तक संभव हो, उसी बैंक का चयन करें जिसके आप मौजूदा ग्राहक हो.
- प्री-अप्रूव्ड इंस्टेंट पर्सनल लोन ऑफर चेक करें. अपने बैंक और वित्तीय संस्थान में प्री-अप्रूव्ड इंस्टेंट पर्सनल लोन जाँचें. दरअसल प्री-अप्रूव्ड लोन ऋण-दाताओं द्वारा कुछ खास ग्राहकों को प्रदान किए जाते हैं. जो कि पहले से ही अप्रूव्ड होते हैं इन पर ब्याज दर सामान्य लोन के मुकाबले कम होती है.
- फेस्टिव सीज़न में ऋण-दाताओं पर नजर बनाए रखें. त्योहारों में अक्सर बैंक और वित्तीय संस्थान ग्राहकों को खास ऑफर देते हैं. ऐसे में इसका भरपूर फायदा उठाएं.
पर्सनल लोन के प्रकार
व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए लिया जाने वाला लोन पर्सनल लोन कहलाता है. भारत में कई तरह के पर्सनल लोन देखने को मिलते हैं जिनमें शामिल हैं:
- मैरिज लोन
- त्योहार लोन
- मेडिकल लोन
- होम रेनोवेशन लोन
- ट्रेवल लोन
- पेंशन लोन
- कंप्यूटर और मोबाइल फोन लोन, आदि
यह सभी पर्सनल लोन के उदाहरण है.
पर्सनल लोन के लिए सामान्य योग्यता शर्तें
उम्र | 18 वर्ष से 60 वर्ष के बीच |
क्रेडिट स्कोर | 750 या ज़्यादा |
सैलरी | 15,000 रु. प्रति माह (नौकरीपेशा के लिए) 35,000 रु. प्रति माह टर्न ओवर (गैर-नौकरीपेशा के लिए) |
रोज़गार | रोजगार स्थिर होना जरूरी है जिसमें नौकरीपेशा 1 वर्ष से एक ही नौकरी में होना चाहिए वहीं गैर-नौकरीपेशा कम से कम 2 साल से बिज़नेस चला रहे हों. |
•> पर्सनल लोन योग्यताओं से संबंधित दूसरा लेख: पर्सनल लोन के लिए योग्यता शर्तों की पूरी लिस्ट
जरूरी दस्तावेज
पहचान प्रमाण:
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट
- वोटर आईडी
- ड्राइविंग लाइसेंस
- आधार कार्ड
पता प्रमाण:
- पासपोर्ट
- वोटर आईडी
- पानी/लाइट बिल
- ड्राइविंग लाइसेंस
- आधार कार्ड
पिछले 3 महीनों के बैंक स्टेटमेंट
नवीनतम फॉर्म 16 के साथ नवीनतम वेतन पर्ची
*इसके अलावा बैंक/ लोन संस्थान अन्य दस्तावेज भी मांग सकते हैं.
•> पर्सनल लोन दस्तावेजों से संबंधित दूसरा लेख: पर्सनल लोन के लिए ज़रूरी दस्तावेजों की पूरी लिस्ट
पर्सनल लोन आवेदन करने का तरीका
- बैंक/एनबीएफसी की ऑफिशियल साइट पर जाएं.
- नाम, मोबाइल नंबर, जैसी व्यक्तिगत जानकारी के साथ आधार, पैन, और बैंकिंग विवरण दर्ज करें.
- ओटीपी द्वारा जानकारी वेरीफाई करें.
- उसके बाद जितने लोन के लिए आप योग्य होंगे उसकी राशि आपको बता दी जाएगी.
- एग्रीमेंट स्वीकार करें और लोन का लाभ प्राप्त करें.
भारत के इन शहरों में पर्सनल लोन की सबसे ज्यादा मांग है
- अहमदाबाद
- औरंगाबाद
- अमृतसर
- आगरा
- तिरुवनंतपुरम
- त्रिवेंद्रम
- इलाहाबाद
- बैंगलोर
- बड़ौदा
- भिवडी
- भोपाल
- भुवनेश्वर
- चंडीगढ़
- रेवाड़ी
- चेन्नई
- कोचीन
- कोयंबटूर
- कटक
- देहरादून
- दिल्ली
- फरीदाबाद
- गाजियाबाद
- गुड़गांव
- गुवाहाटी
- होसूर
- हैदराबाद
- इंदौर
- जबलपुर
- जयपुर
- जमशेदपुर
- कानपुर
- कोच्चि
- कोलकाता
- लखनऊ
- लुधियाना
- मदुरै
- मैंगलोर
- मैसूर
- मुंबई
- नागपुर
- नासिक
- नवी
- मुंबई
- नोएडा
- पटना
- पुणे
- रांची
- रायपुर
- साहिबाबाद
- सूरत
- ठाणे
- त्रिची
- विशाखापत्तनम
- विजाग
संबंधित सवाल (FAQs)
बैंकों की ब्याज दरें समय अनुसार बदलती रहती हैं.वर्तमान में एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, करूर वैश्य बैंक, 10% के आसपास प्रति वर्ष के हिसाब से पर्सनल लोन की सुविधा प्रदान करते हैं. ध्यान रखें बैंक/एनबीएफसी द्वारा दी जाने वाली ब्याज दर आवेदनकर्ता कि आय, ऋण-दाता के साथ संबंध, क्रेडिट स्कोर, एंपलॉयर स्टेटस, जैसे फैक्टर्स पर निर्भर करती है.
काफी हद तक इसका जवाब हां है. बैंक में सेविंग या करंट खाता होने पर इसकी संभावना बढ़ जाती है कि आपको पर्सनल लोन ब्याज दरों में किफायत मिले. लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि आपको ब्याज दरों में रियायत मिलेगी ही मिलेगी.
फिक्स्ड ब्याज दर से आशय है ऐसी ब्याज दर जिसमे पूरी लोन अवधि के दौरान कोई बदलाव नहीं आता है. वहीं फ्लोटिंग ब्याज दर बाजार के हिसाब से कम ज्यादा होती रहती है.
750 से कम क्रेडिट स्कोर होने पर लोन लेने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि कई ऋणदाता कम क्रेडिट स्कोर पर भी व्यक्तिगत ऋण प्रदान करते हैं. जहां तक बात ब्याज की है तो ऐसी स्थिति में ऋणदाता ज्यादा ब्याज दर वसूलते हैं.
लंबे समय से किसी कंपनी और संस्था में काम करने से इसका एक पॉजिटिव इंपैक्ट होता है. क्योंकि इसमें आपकी इनकम स्थिर हो जाती है जिससे ऋणदाताओं को लोन पर कम जोखिम होता है.